नई दिल्ली: 18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर डोम्माराजू गुकेश ने फिडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2024 में इतिहास रच दिया। सिंगापुर में आयोजित इस चैंपियनशिप के 14वीं और अंतिम बाजी में गुकेश ने गत चैंपियन, चीन के ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया।
गुकेश ने 7.5 अंक अर्जित करते हुए क्लासिकल शतरंज प्रारूप में खिताबी जीत दर्ज की। इससे पहले, शुरुआती 13 बाजियों के बाद दोनों खिलाड़ी 6.5-6.5 की बराबरी पर थे। टाईब्रेकर में जाने से बचने के लिए अंतिम बाजी का नतीजा निर्णायक था, और गुकेश ने इसे जीतकर सबसे युवा विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया।
सबसे कम आयु में चैंपियन बनने वाले खिलाड़ी
गुकेश ने दिग्गज ग्रैंडमास्टर गैरी कास्पारोव का रिकॉर्ड तोड़ दिया। कास्पारोव ने 1985 में 22 वर्ष की आयु में अनातोली कार्पोव को हराकर यह खिताब जीता था। गुकेश विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व शतरंज खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं।
पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने 2013 में अपना आखिरी खिताब जीता था। उन्होंने 2000-2002 और 2007-2013 के बीच शतरंज की दुनिया पर राज किया।
कठिन शुरुआत के बाद शानदार वापसी
गुकेश की चैंपियन बनने की यात्रा आसान नहीं रही। पहले मुकाबले में उन्हें डिंग लिरेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, तीसरे और 11वें मुकाबले में जीत दर्ज कर उन्होंने बढ़त बनाई। 12वीं बाजी में हारने के बाद भी उन्होंने आत्मविश्वास बनाए रखा और अंतिम बाजी में जीतकर खिताब अपने नाम किया।
टूर्नामेंट का रोमांचक अंत
चैंपियनशिप प्रारूप के अनुसार, शुरुआती 14 क्लासिकल मुकाबलों में सात या उससे अधिक अंक हासिल करने वाला खिलाड़ी विजेता घोषित किया जाता है। अगर ऐसा नहीं होता, तो मुकाबला टाईब्रेकर में चला जाता। गुकेश ने अंतिम बाजी जीतकर इस स्थिति से बचते हुए खिताब अपने नाम किया।