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अभी वर्तमान में एनसीआरएमयू और एनसीआरएइएस हैं मान्यता में
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अन्य यूनियन भी मान्यता पाने के लिये बेकरार, झाँसी मण्डल के वोटर होंगे निर्णायक
झाँसी: रेल यूनियन की मान्यता के लिए 11 साल बाद होने जा रहे चुनाव में इस बार 68 हजार रेलकर्मी मतदाता अपनी पसन्द की यूनियन के लिए वोट करेंगे। चुनाव में झाँसी मण्डल के रेल कर्मी सबसे अहम भूमिका निभाएंगे, क्योंकि उनकी संख्या सबसे अधिक है।
इससे पहले वर्ष 2013 में चुनाव हुए थे, जिसमें एनसीआरएमयू और एनसीआरइएस को मान्यता मिली थी। रेलवे संगठनों की मान्यता से जुड़े चुनाव प्रत्येक 5 वर्ष बाद होते हैं। पिछले दो बार के चुनाव में भी एनसीआरएमयू व एनसीआरईएस का दबदबा रहा है। मान्यता के लिए सबसे पहला चुनाव वर्ष 2007 में हुआ था, जिसमें 60 प्रतिशत वोट पाकर एनसीआरएमयू ने ताकत दिखाई थी,
वोटर की स्थिति
- एनसीआर में कुल कर्मचारियों की संख्या 68,200 (31 जनवरी 2024 तक)
- झाँसी मण्डल में रेलकर्मियों की संख्या लगभग 23 हजार
जबकि एनसीआरईएस को 34.51 प्रतिशत वोट मिले थे। वर्ष 2013 के चुनाव में बाजी पलट गई और एनसीआरईएस ने 58 प्रतिशत वोट हासिल किए, जबकि एनसीआरएमयू 37 प्रतिशत वोट मिले थे। तीसरी बार वर्ष 2018 मैं होने वाले चुनाव टाल दिए गए।
पहले यह चुनाव लोकसभा चुनावों के कारण लम्बित हो गए और फिर कोरोना की वजह से टल गए। हालांकि चुनावों को लेकर प्रत्येक वर्ष हलचल होती रही, लेकिन तारीख का निर्धारण नहीं हो पाया था
अब दिसम्बर में चुनाव का ऐलान होने के बाद अलग-अलग संगठनों ने तैयारियाँ शुरू कर दी रेलवे में कर्मचारी यूनियन की मान्यता के चुनाव में उत्तर मध्य रेलवे के 68 हजार कर्मचारी मतदान करेंगे। झाँसी मण्डल में करीब 22 हजार वोटर हैं, जो निर्णायक की भूमिका अदा करेंगे। चुनाव तिथि का ऐलान होने के बाद मान्यता प्राप्त संगठन नॉर्थ सेण्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन ( एनसीआरएमयू), नॉर्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज संघ (एनसीआरईएस) साथ गैर मान्यता प्राप्त संगठन उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (यूएमआरकेएस) आदि संगठन पूरी
दमखम के साथ मैदान में नजर आ रहे हैं।
रेलवे ने अगस्त माह में जारी की थी मतदाता सूची
रेलवे ने अगस्त माह के पहले सप्ताह में कर्मचारियों से जुड़ी मतदाता सूची को जारी किया था और इसे प्रत्येक जोन व मण्डल में भेजा था, ताकि सभी कर्मचारी इसके लिए तैयार हो सकें और सूची में अपना नाम देख सकें।
मौजूदा समय में लगभग 13 लाख कर्मचारी रेलवे में कार्यरत है। झाँसी मण्डल में बूथों का निर्धारण भी शुरू हो गया है, ताकि रेलवे कर्मचारी अपने नजदीकी बूथ पर जाकर मतदान कर सकें।