June 26, 2025 11:00 pm

झाँसी को मिला नया वैगन मरम्मत कारखाना रेलवे हब बनने की ओर बढ़ा कदम

झाँसी वैगन मरम्मत कारखाना
झाँसी वैगन मरम्मत कारखाना
झाँसी वैगन मरम्मत कारखाना

🚆 झाँसी में नया वैगन मरम्मत कारखाना शुरू, रेलवे को मिलेगा नया आयाम

रेलवे ने झाँसी में एक और नया वैगन मरम्मत कारखाना खोलने का फैसला लिया है। यह कारखाना रेल कोच फैक्ट्री के सामने स्थापित किया जाएगा और इसके लिए ज़मीन का चयन कर लिया गया है। इसके निर्माण हेतु रेलवे बोर्ड ने 337 करोड़ रुपये की स्वीकृति दे दी है। इससे झाँसी देशभर में रेलवे का सबसे बड़ा मरम्मत हब बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।

🏭 130 साल पुरानी पहचान को मिला नया विस्तार

झाँसी में 25 नवंबर 1895 को पहला वैगन मरम्मत कारखाना स्थापित किया गया था। यहाँ हर महीने लगभग 750 से अधिक मालगाड़ी के कोच की मरम्मत होती है। इस साल जनवरी में 1001 वैगन की मरम्मत कर नया रिकॉर्ड बनाया गया था। अब नए कारखाने की स्थापना के बाद यह संख्या और अधिक बढ़ने की संभावना है।

⚙️ डीजल शेड में हो रही इलेक्ट्रिक इंजन की मरम्मत

झाँसी में बने डीजल लोको शेड में अब इलेक्ट्रिक इंजनों की मरम्मत भी शुरू कर दी गई है। वर्तमान में यहाँ प्राथमिक स्तर की मरम्मत हो रही है, जिसे धीरे-धीरे और बढ़ाया जाएगा। वर्तमान में इस शेड में 220 इलेक्ट्रिक इंजन हैं जिनकी देखरेख की जा रही है।

👷‍♂️ एसी शेड में कार्यरत हैं 650 कर्मचारी

झाँसी के एसी लोको शेड में 650 कर्मचारी तीन पालियों में काम कर रहे हैं। शेड को 220 इंजनों की मरम्मत का कार्यभार सौंपा गया है। प्रत्येक इंजन की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये होती है और इनकी मरम्मत हर दो महीने में माइनर और दो वर्ष में मेजर रूप से होती है।

🛠 एमएलआर वर्कशॉप और कोच फैक्ट्री में हो रहा उच्चस्तरीय कार्य

एमएलआर वर्कशॉप में एलएचबी और आईसीएफ कोच की मिड लाइफ रिपेयरिंग की जा रही है। वहीं, हाल ही में शुरू हुई रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत जैसे कोच तैयार किए जा रहे हैं। यहाँ हर साल 250 कोचों के निर्माण की क्षमता है।

🔧 व्हील टेथ मशीन से पहियों की मरम्मत अब झाँसी में

पहले जहां कोच के पहियों की मरम्मत के लिए आगरा, कानपुर जैसे शहरों का सहारा लेना पड़ता था, अब झाँसी के रेल कोच केयर सेंटर में लगे व्हील टेथ मशीन से यह कार्य 30-50 मिनट में पूरा हो रहा है। तीन महीने में 450 से अधिक पहियों की मरम्मत हो चुकी है।

🏗 आधुनिक झाँसी रेलवे स्टेशन का निर्माण

132 साल पुराने झाँसी रेलवे स्टेशन का अब पुनर्निर्माण किया जा रहा है। स्टेशन की नई इमारत को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। लगभग 477 करोड़ की लागत से अगले 4 वर्षों में स्टेशन पूरी तरह बदल जाएगा।

🌐 अन्य महत्वपूर्ण रेलवे उपक्रम
  • रेल स्प्रिंग कारखाना, सिथौली (ग्वालियर) में हॉट कॉइल स्प्रिंग्स का निर्माण

  • डीआरएम ऑफिस, सीनियर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, रेल कोच केयर सेंटर

  • गतिमान और वंदे भारत जैसी ट्रेनों का ठहराव

📌 निष्कर्ष:

नए वैगन मरम्मत कारखाने की स्थापना और रेलवे संबंधित अन्य सुविधाओं के विस्तार से झाँसी एक बड़े रेलवे हब के रूप में उभर रहा है। इससे न सिर्फ स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देशभर के रेलवे नेटवर्क की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी।

अधिक ताजा खबरों के लिए पढ़ें newspadhlo.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Realted News

Gold and Silver price

Share Market

Copy link