साल 2024 ने भारत को कई दर्दनाक हादसों से रूबरू कराया, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान गई। इस साल जहां प्राकृतिक आपदाओं ने कहर बरपाया, वहीं लोगों की लापरवाही और भीषण दुर्घटनाओं ने भी समाज को झकझोर दिया। आइए जानते हैं उन हादसों के बारे में जिन्होंने पूरे देश को गहरे जख्म दिए।
वायनाड में भूस्खलन ने मचाई तबाही
29 जुलाई 2024 को केरल के वायनाड जिले में आई एक भयानक प्राकृतिक आपदा ने लाखों लोगों को प्रभावित किया। भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और कई घर पूरी तरह से तबाह हो गए। इस हादसे में 400 से अधिक लोग मारे गए। इसके बाद सरकार और सुरक्षाबलों ने कई हफ्तों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। यह केरल की 2018 की बाढ़ के बाद सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा थी।
राजकोट गेमिंग जोन में आग
26 मई को गुजरात के राजकोट में एक गेमिंग जोन में अचानक आग लग गई, जिससे 35 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई बच्चे भी शामिल थे। यह हादसा तब हुआ जब टीआरपी गेमिंग जोन में बच्चे खेल रहे थे और अचानक आग ने तांडव मचाया। हादसे के बाद गुजरात हाईकोर्ट ने इसे मानव निर्मित आपदा मानते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़
2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दुखद हादसा हुआ, जब एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। यह हादसा तब हुआ जब लाखों लोग एक धार्मिक आयोजन में भाग लेने पहुंचे। अधिक भीड़ के कारण यह भगदड़ मच गई, और 121 लोगों की जान चली गई। प्रशासन ने आयोजकों को लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया।
झांसी में मेडिकल कॉलेज में आग
15 नवंबर को उत्तर प्रदेश के झांसी में एक मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में भीषण आग लग गई। इस आग में 10 नवजात शिशुओं की जान चली गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी, और इस दर्दनाक हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया।
जयपुर में LPG टैंकर विस्फोट
20 दिसंबर को राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जब एक LPG टैंकर के एक्सीडेंट के बाद आग लग गई। यह आग इतनी भयानक थी कि आसपास के 35 से अधिक वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में 19 लोगों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।