झाँसी: एक नाबालिग लड़की द्वारा उठाए गए कदम से लोग हैरान रह गए। सुल्तानपुर की रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी ने अपनी माँ को चाय में नींद की गोली मिलाकर बेसुध कर दिया और प्रेमी के साथ पुणे भाग गई। वहां प्रेमी ने उसकी पिटाई कर दी, जिससे नाराज होकर वह घर लौट रही थी, लेकिन झाँसी रेलवे स्टेशन पर उसे चाइल्ड हेल्पलाइन और रेलवे पुलिस ने पकड़ लिया।
स्कूल से हुई थी लापता, फिर पंजाब पहुंची
सुल्तानपुर जिले के कूरेभार थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति की बेटी, जो 11वीं कक्षा की छात्रा है, अचानक स्कूल से लापता हो गई थी। जब वह शाम तक घर नहीं लौटी, तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। बाद में पुलिस ने उसे एक कस्बे के होटल से बरामद किया, जहाँ वह एक युवक के साथ थी। परिवार की बदनामी के डर से पिता ने एफआईआर दर्ज नहीं करवाई और बेटी को पंजाब ले गए।
नींद की गोली देकर माँ को बेसुध किया और भाग निकली
तीन महीने बाद, लड़की अपनी माँ के साथ वापस सुल्तानपुर लौट रही थी। रास्ते में उसने माँ की चाय में नींद की गोली मिला दी, जिससे माँ बेसुध हो गई। इसके बाद, वह माँ के पर्स से पैसे लेकर बाराबंकी स्टेशन पर उतर गई और पुणे पहुंच गई, जहाँ वह अपने प्रेमी के साथ रहने लगी।
प्रेमी ने की पिटाई, फिर वापस लौटने लगी
26 मार्च को प्रेमी ने उसकी पिटाई कर दी, जिससे नाराज होकर वह अपने एक परिचित युवक के साथ सुल्तानपुर लौटने के लिए निकली। 29 मार्च को ट्रेन झाँसी रेलवे स्टेशन पहुंची, तभी लड़की पुणे जाने वाली ट्रेन की ओर भागने लगी। साथ आए युवक ने तुरंत रेलवे पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन ने लड़की को अपने संरक्षण में ले लिया।
बाल कल्याण समिति ने पिता को सौंपा
लड़की को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहाँ काउंसलिंग के बाद उसे पिता को सौंप दिया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा, सदस्य कोमल सिंह, परवीन खान, हरिकृष्ण सक्सेना, दीप्ति सक्सेना, और अन्य अधिकारियों ने मामले की जांच की और उचित निर्णय लिया।
इस घटना ने एक बार फिर से किशोरियों की सुरक्षा और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता को उजागर किया है।